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Women's Day Speech-Hindi


Woman's Day Speech- तो आज के इस आर्टिकल में हम बात करने जा रहे है International Women's Day यानि की अन्तराष्ट्र्य महिला दिवस के बारे में जो की 8 मार्च को मनाया जाता है क्या आप को पता है यह दिवस क्यों मनाया जाता है में आप को बताता हूँ की इस बारे में हम क्यों बोल रहे है आप को थोड़ा Surprising भी लगे आपको की एक नौजवान बच्चा यानि के में Women's Day के बारे में बोल रहा है !

तो मेने कुछ अपने दोस्तों से पूछा की बताओ भाई आप को क्यों लगता है की हम Women's Day क्यों मानते है तो जवाब में मुझे मिला की जैसे हम valentine day मानते है या फिर father day या mother day उसी तरीके से यह international Women's Day भी मनाया जाता है किसी international organization ने घोषित कर दिया है और बस इसको मनाया जा रहा है !

लेकिन वास्तविकता इससे काफी ज्यादा गहरी है वास्तविकता क्या है वह में आज आप को बताता हूँ की Women's Day क्यों मनाया जाता है और इसके पीछे का क्या राज़ है !

Women's Day क्यों मनाया जाता है ?

आज से 100 या फिर 150 साल पहले महिलाओं के पास जो fundamental rights होते है जो आज हम जिसके बारे में हम सोचते भी नहीं है जैसे महिलाओं को काम करने का अधिकार, Employments का अधिकार, बराबरी का अधिकार, यह सोचने का अधिकार की वह अपनीं मर्ज़ी से बच्चे पैदा करना चाहती है या नहीं, Property Owen करने का अधिकार इलेक्शन लड़ने का अधिकार, वोट देने का अधिकार, आदि !

यह सारे अधिकार महिलाओं के पास नहीं थे दुनिया भर की महिलाओं के पास यह सारे अधिकार नहीं थे सिर्फ में एक देश की बात नहीं कर रहा हूँ में दुनिया भर की बात कर रहा हु जहा महिलाओं को यह सब अधिकार नहीं दिए जाते थे !

हालत ऐसी थी की महिलाएं पहले काम नहीं करती थी उनको काम करने का अधिकार नहीं दिया जाता था  Employments नहीं बनाया जाता था महिलाओं को काम देना allow ही नहीं था Employments कुछ सालो बाद मिलना शुरू हुआ जब महिलाओं ने थोड़ी आवाज़ उठाई की उनको भी जॉब करनी है Employments बनने के बाद भी कई सारे condition थी सबसे बड़ी condition थी की जहाँ कोई काम करने के लिए आदमी को 100 रूपए तनख्वा मिलती थी वही दूसरी तरफ वही काम उतने टाइम में करने के लिए उतनी अच्छी तरह से करने के लिए इन महिलाओं को 60 रूपए तनख्वा मिलेगी यानि की उनको पुरषो के बराबर समझा ही नहीं जाता था उनको sub standard माना जाता था और उनको पैसे कम दिए जाते थे !

तो यह बड़ी विचित्र सी बात थी की आज से 150 साल पहले मतलब ऐसी चीज़े होती थी यह सब चीज़े उस टाइम में नार्मल थी यह सब condition कोई गलत नहीं मानता था उस टाइम में लगता था की यह सब बिलकुल सही है वह महिलाएं है उनको कम पैसा मिलना चाहिए चाहे वह काम उतना ही बढ़िया क्यों न करे !

इसके अलावा वह इलेक्शन नहीं लड़ सकती थी इलेक्शन तो दूर वह वोट नहीं दाल सकती थी वह decide नहीं कर सकती थी की उनका leader कौन बनेगा उनको यह आज़ादी नहीं थी की उन्हें बच्चे पैदा करने है या नहीं उनके पति की मर्ज़ी है जो उनका पति बोलेगा वही सही है !

महिलाओं को property owen करने का अधिकार नहीं था उनको जायदात में कुछ अपना हिस्सा लेना इसके लिए उनको अधिकार नहीं था महिलाओं के ऊपर बहुत ज्यादा violence होते थे घरेलु हिंसा होती थी sexual violence होते थे और कई सारी चीज़े होती थी !

तो इन चीज़ो से छुटकारा पाने के लिए कई सारी महिलाओं ने दुनिया भर में आज़ादी के लिए लड़ी है बोला की हमे बराबर अधिकार का दो कई साड़ी महिलाओं ने अपनी ज़िन्दगी खोई इन अधिकार को पाने के लिए !

1909 में महिलाओं ने पहली बार Protest क्या फरवरी मार्च के महीने में और बोला की हमे बराबर हक़ चाहिए हमे equal pay चाहिए हमे वोट डालने का अधिकार चाहिए तो इस तरीके से काफी जगहों पर काफी सारे protest हुए और देश जो है तब से मानने लगा की महिलाओं को भी बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए !

हालांकि हर देश ने 1909 में ही महिलाओं को बराबरी का दर्ज़ा नहीं दिया धीरे धीरे दर्ज़ा दिया गया in fact अगर आप सोचो और थोड़ी गहराई से सोचे तो आज देखिये भारत में आज भी कई जगहों पर महिलाओं को बराबरी का दर्ज़ा नहीं मिलता है आज भी उनको इस तरीके से treet क्या जाता है की उनकी तो खुद की कोई ज़िन्दगी है नहीं आज भी कई कंपनी में बराबर इनकम नहीं दी जाती आज भी उनको पुरषो से कम माना जाता है !

तो इसलिए हर देश यह Women's Day मानाने लगा हर देश Women's Day के बारे में सोचने लगा हर देश ने policy बनाई जैसे की महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका मिले तो जो united nation है उन्होंने 8 मार्च Women's Day को घोषित करा उन महिलाओं को याद करने के लिए जिन्होंने इतने सारे struggles किये इतने सारे sacrifices कए अपनी ज़िन्दगी दाव पर लगाई जितने भी protest हुए past में जिसकी वजह से आज हमारे साथ Women's रह पाती है हमारे साथ काम करती है बराबरी का योगदान देती है इस देश को आगे बढ़ाने के लिए एक घर को आगे बढ़ाने के लिए इस वजह से यह Women's Day मनाया जाता है !

तो यह कोई valentine day नहीं है यह कोई father day, mother day नहीं है इसके पीछे एक बहुत बड़ा इतिहास है इसके पीछे कई सारी ज़िंदगियाँ है आज जो चीज़ हमे normal लगती है आज से 100 साल पहले 50 साल पहले वह नार्मल नहीं थी !

तो थोड़ा सोचिये दोस्तों शायद हम भी कही न कही कुछ योगदान दे सकते है आज भी उन महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए जिनको बराबरी का दर्ज़ा नहीं दिया जाता !

शायद थोड़ी इज़्ज़त से बात करके शायद अपनी गालियों में उनके नाम न इस्तेमाल करके शायद उनके बारे में सही सोच के उनकी इज़्ज़त करके शायद उनको कोक में ना मार के बहुत सारे तरीके है सोचिये !

Happy Women's Day